बैंगलोर के आर.आर. नगर में समर्थ नारी समर्थ भारत द्वारा संचालित सिलाई-कटाई और मधुबनी पेंटिंग स्कूल के दो साल पूरे होने के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। समारोह की अध्यक्षता सुमन पटवारी ने की, जबकि मंच संचालन रुचिका जैन ने संभाला और धन्यवाद ज्ञापन कनक लता जैन द्वारा किया गया।
इस अवसर पर समर्थ नारी समर्थ भारत की सह-संयोजिका और कला संगम की संचालिका माया श्रीवास्तव ने कहा कि संगठन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सदैव प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बैंगलोर का यह विद्यालय पूरे देश में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। संगठन की ओर से कई शहरों में महिलाओं के उत्थान के लिए सिलाई-कटाई, मधुबनी पेंटिंग और बांधनी साड़ी जैसे कार्यों के प्रशिक्षण केंद्र खोले जा रहे हैं।
श्रीमती श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि संगठन सिर्फ सिलाई-कटाई और मधुबनी पेंटिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि कुकिंग, बेकिंग, सज-सज्जा, मेकअप, मेहंदी, आचार, बड़ी-पापड़ बनाने जैसी विधाओं में भी महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी होती है कि संगठन के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और अपने परिवार तथा समाज को सशक्त बना रही हैं।
समारोह में उपस्थित महिलाओं ने माया श्रीवास्तव की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने घर बैठे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के कई रास्ते दिखाए और उन्हें सफल बनाया।
इस अवसर पर बैंगलोर आर.आर. नगर की अध्यक्ष स्वर्णलता जैन भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम में रेणुका जैन, वीना जैसवाल, इंद्राणी, प्रिया झुनझुनवाला, रीना धारीवाल, लतिका झुनझुनवाला, ऋतिका जायसवाल, रश्मि अग्रवाल, सविता अग्रवाल, रानी मोदी, सुजाता राठौर, गीता नगर, आशा सिंह, खुशबू नगर, सुजाता सिंह, विंदू कर्ण, और लीना सिन्हा सहित अन्य महिलाएं भी शामिल थीं। समारोह ने महिलाओं के उत्थान के लिए संगठन के प्रयासों की एक झलक प्रस्तुत की।