Subhadra Yojana: 17 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 74वें जन्मदिन पर सुभद्रा योजना का तोहफा उड़ीसा की गरीब माताओं और बहनों को दिया है। Subhadara Yojana के माध्यम से राज्य की गरीब महिलाओं के खाते में प्रतिवर्ष 10 हजार रुपए दो किस्तों में जमा किए जाएंगे।
जनता मैदान में विशाल जनसभा
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की सरकार ने सुभद्रा योजना के शुभारंभ के लिए भुवनेश्वर के प्रसिद्ध जनता मैदान में एक विशाल महिला सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम में राज्य भर से महिलाएं हिस्सा लेंगी। साथ ही, पंचायत और ब्लॉक स्तर पर इस आयोजन का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकें। आइए समझते हैं कि सुभद्रा योजना क्या है और इसमें पात्र महिलाओं का चयन कैसे किया जाएगा?
देवी सुभद्रा के नाम पर है योजना का नाम
सुभद्रा योजना का नाम देवी सुभद्रा के नाम पर रखा गया है जो ओडिशा के प्रमुख देवता भगवान जगन्नाथ की छोटी बहन मानी जाती हैं। भगवान जगन्नाथ को राज्य के 90% हिंदू आबादी द्वारा पूजा जाता है।
इस योजना के तहत अगले पांच वर्षों (2028-29 तक) में राज्य की 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को सालाना 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह सहायता दो किस्तों में दी जाएगी—पहली किस्त राखी पूर्णिमा (रक्षा बंधन) के मौके पर जो अगस्त में होती है और दूसरी किस्त अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को। दोनों किस्तों में प्रत्येक महिला को 5,000 रुपये प्राप्त होंगे।
कैसे मिलेगा सुभद्रा योजना का लाभ
सुभद्रा योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थियों के आधार से जुड़े बैंक खातों में जमा की जाएगी। इसके लिए सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है, ताकि सभी लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित हो सके। योजना के तहत लाभार्थियों को एक सुभद्रा डेबिट कार्ड भी जारी किया जाएगा, जिससे वे अपनी वित्तीय सहायता का उपयोग कर सकें।
इसके अलावा ग्राम पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में सबसे अधिक डिजिटल लेनदेन करने वाले 100 लाभार्थियों को 500 रुपये की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी, जिससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिल सके।
किन महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा?
इस योजना से उन महिलाओं को बाहर रखा गया है जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं। वैसी महिलाओं जो सरकारी कर्मचारी हैं या इनकम टैक्स भरती हैं। इसके अलावा जो महिलाएं किसी अन्य सरकारी योजना के तहत प्रति माह 1,500 रुपये या उससे अधिक (या सालाना 18,000 रुपये या उससे अधिक) की सहायता पहले से प्राप्त कर रही हैं, वे भी इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
रजिस्ट्रेशन कहां हो रहा है?
सुभद्रा योजना के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया ओडिशा के विभिन्न बैंकों, डाकघरों और कॉमन सर्विस सेंटरों (CSC) में की जा रही है। खास बात यह है कि इस योजना में पंजीकरण के लिए कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की गई है। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक सभी पात्र लाभार्थियों का पंजीकरण पूरा नहीं हो जाता।
योजना पर कितना खर्च होगा?
सरकार ने इस योजना के तहत 2024-25 से 2028-29 तक के पांच वर्षों में कुल 55,825 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है। मौजूदा वित्तीय वर्ष (2024-25) के लिए 10,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
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