PIN Full Form in Hindi – ATM PIN का क्या मतलब होता है?

बैंक जब भी एटीएम कार्ड जारी करता है तो उसके साथ-साथ एक गुप्त एटीएम पिन नंबर (Personal Identification Number) भी देता है। यह गुप्त एटीएम पिन सिर्फ उसी ग्राहक को पता होता है जो उस अकाउंट का होल्डर है।

0
264
PIN Full Form क्या होता है?
ATM PIN Full Form क्या होता है?

PIN Full Form in Hindi – जब भी हम लोग एटीएम कार्ड लेते हैं तो उससे पैसे निकालने के लिए हमें एक पिन जनरेट करना पड़ता है। इसी पिन के जरिए आप एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। पैसे निकालने वक्त एटीएम आपका एटीएम कार्ड पिन पूछता है जिसके बाद सिस्टम में वैलिडेट करता है कि पैसे निकालने वाला व्यक्ति इस अकाउंट का मालिक है।

ATM PIN ka Full Form Kya Hota Hai

  • ATM PIN Full Form – Personal Identification Number
  • एटीएम पिन का फुल फॉर्म – पर्सनल आईडेंटिफिकेशन नंबर
  • ATM Full Form – Automated teller machine
  • एटीएम का फुल फॉर्म – ऑटोमेटेड टेलर मशीन

इसके अलावा PIN का Full Form पोस्टल इंडेक्स नंबर (Postal Index Number) भी होता है। पोस्टल इंडेक्स नंबर 6 अंको का होता है तथा इसे देशभर में प्रत्येक जिलों के लिए यूज किया जाता है। जैसे उदाहरण के लिए दिल्ली का पिन कोड 110011 एक पोस्टल इंडेक्स नंबर (Postal Index Number) है। इसी पिंन का उपयोग करके आप कोई भी लेटर किसी को भेज सकते हैं।

यह भी पढ़ें -   UKG ka full form in hindi - UKG का फुलफॉर्म क्या होता है?

एटीएम पिन कोड (Personal Identification Number) एटीएम कार्ड का पासवर्ड भी बहुत सारे लोग बोलते हैं। बता दें कि आप जिस पिन का उपयोग एटीएम में करते हैं, वह इस तरह का पासवर्ड ही होता है। जब भी आप पैसा निकालने के लिए एटीएम में जाते हैं तो आपसे पिन पूछा जाता है। यदि आप गलत पिन डाल देते हैं तो आपका पैसा नहीं निकलता है और तीन बार से ज्यादा गलत पिन डालने पर एटीएम ब्लॉक हो सकता है।

बैंक जब भी एटीएम कार्ड जारी करता है तो उसके साथ-साथ एक गुप्त एटीएम पिन नंबर (Personal Identification Number) भी देता है। यह गुप्त एटीएम पिन सिर्फ उसी ग्राहक को पता होता है जो उस अकाउंट का होल्डर है। बैंक द्वारा आजकल जो एटीएम कार्ड ग्राहकों को दिया जाता है उसमें अब पहले की तरह पिन नहीं होता है। बैंक अपने ग्राहकों को खुद से एटीएम पिन जनरेट करने के लिए कहता है।

एटीएम कार्ड का पिन पूर्ण रूप से गोपनीय रखना चाहिए। यदि यह पिन किसी को पता चल गया तो वह आपके एटीएम कार्ड का गलत इस्तेमाल कर सकता है। आपकी मर्जी के बिना आपके अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। इसलिए एटीएम कार्ड का पिन खुद के सिवा किसी और के साथ शेयर नहीं करना चाहिए भले ही वह बैंक का अधिकारी क्यों ना हो। पढ़ें- What is the full form of ATM? एटीएम का फुल फॉर्म क्या होता है?

यह भी पढ़ें -   Capital of Bihar: बिहार की राजधानी कहां है?

ATM PIN कितने नंबर का होता है?

भारत में जो एटीएम कार्ड इस्तेमाल किया जाता है, उसका पिन 4 अंकों का होता है। उदाहरण के लिए यदि आपके पास एटीएम कार्ड है उसका पिन नंबर होगा 1234। यह 4 अंकों का डिजिट आपके एटीएम कार्ड का पिन नंबर होगा। आप अपनी मर्जी के हिसाब से कोई भी टीम सिलेक्ट कर सकते हैं जो आप याद रख सकें।

ATM PIN कैसे बनाएं?

आपको बैंक के तरफ से एटीएम कार्ड मिला है तो आपको उसका पिन (Personal Identification Number) जनरेट करना पड़ेगा। इसके लिए आपका फोन नंबर आपके बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए। आप अपने नजदीक के किसी एटीएम के पास जाकर पिन जनरेट कर सकते हैं। जब आपके पास नया एटीएम कार्ड होगा तो जैसे ही आप उसे एटीएम में डालेंगे तो वह पूछेगा कि आपको क्या करना है।

यह भी पढ़ें -   LKG ka full form in hindi - LKG का फुलफॉर्म क्या होता है?

इसके बाद आप पिन जनरेट (PIN Generate) के ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपका अकाउंट नंबर (Bank Account Number) और मोबाइल नंबर पूछा जाएगा। दोनों को एटीएम में दर्ज करें। उसके बाद आपके मोबाइल पर एक वेरिफिकेशन कोड आएगा। यह वेरिफिकेशन कोड वन टाइम एटीएम पिन (One Time ATM Pin) होता है। अब दोबारा एटीएम कार्ड को एटीएम मशीन में डालें और चेंज पिन पर क्लिक करें।

अब आपसे वेरिफिकेशन कोड मांगा जाएगा। उसे दर्ज करें और जैसे ही सबमिट पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने नया विंडो खुलेगा जहां पर नया पिन जनरेट करने का ऑप्शन होगा। वहां पर अपने इच्छा अनुसार नया पिन डालें और सेट पिन पर क्लिक कर दें। अब आपके एटीएम का पिन यानी Personal Identification Number जनरेट हो चुका है। अब आप ऑनलाइन शॉपिंग, ऑफलाइन शॉपिंग और पैसे निकालने का काम कर सकते हैं।