संस्कार भारती, दक्षिण बिहार प्रांत की साधारण सभा सम्पन्न

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संस्कार भारती सभा कार्यक्रम

कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के दक्षिण बिहार प्रांत की दो दिवसीय साधारण सभा 27 और 28 अगस्त को गया में आयोजित की गई। साधारण सभा के प्रथम दिन, 27 अगस्त 2022, शनिवार को बैठक की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर एंव संस्कार भारती के धेय्य गीत से की गई। दक्षिण बिहार प्रांत के महामंत्री संजय पोद्दार ने सभी अतिथियों का सम्मान कर पिछले साधारण सभा के कार्यवृत को प्रस्तुत किया फिर इस वर्ष के वृत निवेदन को पढ़ा, जिसमें दक्षिण बिहार प्रांत के कार्यक्रमों की उपलब्धियां, बैठकों की सूची एवं आय व्यय को प्रस्तुत किया।

प्रांत महामंत्री के वृत निवेदन के बाद प्रांत के सभी जिला इकाई का परिचय एंव प्रत्येक जिला इकाई के महामंत्री एवं संयोजक द्वारा, जिला इकाई के वृत निवेदन एंव उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया। मुंगेर से महामंत्री रितेश कुमार, कोषाध्यक्ष लीना जोशी, लखीसराय से महामंत्री अनिल कुमार, पटना से महामंत्री जितेंद्र चौरसिया, औरंगाबाद के महामंत्री चंदन गोकुल, शेखपुरा के संयोजक अभिनंदन कुमार, नालंदा के संयोजक अमित कुमार, सासाराम के संयोजक बृज किशोर, अरवल के सह संयोजक वेंकटेश पांडे ने अपने अपने जिला इकाइयों के वृत्त निवेदन को प्रस्तुत किया।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे दक्षिण बिहार प्रांत के अध्यक्ष भरत शर्मा व्यास ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं संस्कार भारती से जुड़ा हूं। संस्कार भारती परिवार के लोगों से मिलकर बहुत खुशी होती है। यह संस्था राष्ट्रीय नहीं बल्कि विश्व स्तर की संस्था है। यहां सभी कार्य पारदर्शी होता है। संस्कार भारती ही बिहार में फिर से कला संस्कृति को समृद्ध करेगी। भोजपुरी को संविधान की आठवीं सूची में जोड़ना संस्कार भारती के माध्यम से ही संभव है।

मंच का संचालन प्रांतीय सह महामंत्री सुदीपा घोष ने की

साधारण सभा में संस्कार भारती बिहार प्रदेश के संस्थापक सदस्य विजय कारवां, बिहार प्रदेश के संगठन मंत्री वेद प्रकाश, प्रदेश कार्यालय मंत्री विनय कुमार, दक्षिण बिहार प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश नारायण सिंह उपाख्य रौशन जी, दक्षिण बिहार प्रांत उपाध्यक्ष राजन सिजुआर, उपाध्यक्ष डॉ भरत सिंह, मंत्री रंजय अग्रहरि, कार्यकारिणी सदस्य संगीता कुमारी, कुमकुम भगवती, विकास मिश्र सहित प्रांत के सभी जिलों के अध्यक्ष महामंत्री एवं संयोजक उपस्थित रहे।

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संस्कार भारती

बैठक के समापन के बाद संस्कार भारती एवं सुर सलिला कला संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोकप्रिय गायक भरत शर्मा व्यास ने “तेरी याद में उम्र कैसे कटी”, “तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है” पर अपनी गायन से श्रोताओं को मनमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक संध्या में पंडित राजन सिजुआर ने शास्त्रीय गायन की मनोहारी प्रस्तुति की। गायकी में देश राग एंव वर्त्तमान ऋतु के बंदिशों में प्रेम रस का भाव था। कजरी का गायन एंव बंदिश के अनुसार ख्याल गायकी में कव्वाल की भी प्रस्तुति की गई। अन्य गायकों ने भी शास्त्रीय, उपशास्त्रीय एवं भजनों की प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं के मन मोह लिया।

साधारण सभा के दूसरे दिन 28 अगस्त 2022, रविवार को चर्चा एंव संवाद सत्र का हुआ। जिसमें दक्षिण बिहार प्रांत के महामंत्री संजय पोद्दार ने आगामी कार्यों का स्वरूप, योजना, केंद्र की अपेक्षा एंव संगठन के उद्देश्य पर सविस्तार से चर्चा किया। चर्चा के विषयों में कला के अध्ययन पक्ष, अर्थ तंत्र की संरचना, कला लेखन, रीति नीति संस्कार भारती, व्यवस्था परिवर्तन एवं सामाजिक चुनौतियां थी। चर्चा सत्र में विभिन्न विषयों से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी सामने आए। चर्चा सत्र के बाद संगठन संरचना को लेकर महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गई।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे संस्कार भारती, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष पद्मश्री श्याम शर्मा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि “इस साधारण सभा में कई महत्त्वपूर्ण बिंदु पर बात हुई, ये सभी बिंदु संगठन के लिए आवश्यक है। प्रांतीय अधिकारियों की प्रवास योजना भी बनाई गई, प्रवास योजना का बनना संगठन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। बिना शिल्प के कला का सृजन नहीं हो सकता है। कला और शिल्प के योग से ही संस्कृति आगे बढ़ती है। वर्तमान में हम 21वीं सदी में बहुत आगे बढ़ गए हैं, लेकिन भारतीय संस्कृति की शोभा और परंपरा को लेकर हम आगे नहीं बढ़ रहे हैं।”

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उन्होंने आगे कहा “संस्कार भारती समाज में कला, संस्कृति के पहलुओं को साथ लेकर चलती है। संस्कार भारती समाज के कला साधकों और कलाकारों को साथ लेकर आगे बढ़ने का कार्य करती है। संस्कार भारती एक यज्ञ है, हम अपनी शक्ति के अनुसार आहुति देते हैं। कोई समय का, कोई धन का, कोई कला साधना के द्वारा अपनी आहुति देता है। हम सभी संस्कार भारती के कार्यकर्ता हैं। पद महत्वपूर्ण नहीं होता है, महत्वपूर्ण होता है हमारा योगदान। आने वाला समय वैचारिक चिंतन का समय है हरेक भारतीय को मुखर होना होगा। संस्कार भारती में वैचारिक स्वतंत्रता है लेकिन मर्यादा के साथ। साधारण सभा में गहन मंथन से अमृत निकलेगा जो संस्था को और हमको विकसित करेगी। हम यहां से एक ऊर्जा लेकर जाएं।”

बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रुप में उपस्थित संस्कार भारती के पूर्व क्षेत्र प्रमुख बिंदेश्वर चौरसिया ने कहा कि “हम सभी यहां अपनी दिशा को तय किए हैं, जो उत्साहवर्धक है। संस्कार भारती उत्प्रेरक का काम करती है। स्वस्थ समाज की रचना में संस्कार भारती योगदान देती है। कला अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है यदि सही कला की प्रस्तुति समाज में सही से हो तो समाज को बदला या जागरूक किया जा सकता है। हमें चिंतन करना चाहिए कि हम समाज को क्या दे रहे हैं, समाज पर कला का क्या प्रभाव है। समाज निर्माण में किस प्रकार कला का सहयोग लेना है उस पर हमें चिंतन करना होगा। हम स्वयं की प्रेरणा से संगठन में हैं कला के लिए दूसरों को भी प्रेरित करें, हम अपनी सक्षमता के आधार पर संगठन में योगदान दे सकते हैं।”

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बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दक्षिण बिहार प्रांत के संघचालक राज कुमार सिन्हा ने कहा कि “भारतीय समाज का आधार सनातन धर्म और संस्कृति प्राचीन काल से ही है। इसके जीवन मूल्यों में ह्रास हुआ है। इसे पुनः ठीक करना हमारा दायित्व है। संस्कृति शास्त्रीय और लोक दोनों है। संस्कार भारती संपूर्ण समाज को कला के माध्यम से संस्कार देने का कार्य करती है। भारत का विकास तभी होगा जब लोग भारतीय होंगे। भारतीय होना संस्कार भारती करती है।”

मंच का संचालन प्रांतीय सह महामंत्री सुदीपा घोष ने की। बैठक में उपस्थित सभी अतिथियों, अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन प्रांत उपाध्यक्ष राजन सिजुआर ने किया।

बैठक में संस्कार भारती बिहार प्रदेश के अध्यक्ष पद्मश्री श्याम शर्मा, केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर संस्कार भारती के उत्तर पूर्व क्षेत्र के पूर्व क्षेत्र प्रमुख बिंदेश्वर चौरसिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक राजकुमार सिन्हा, विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य वंदना भगत, बिहार प्रदेश के संगठन मंत्री वेद प्रकाश, प्रदेश विस्तारक हरिओम कुमार, प्रदेश कार्यालय मंत्री विनय कुमार, दक्षिण बिहार प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश नारायण सिंह उपाख्य रौशन जी, दक्षिण बिहार प्रांत उपाध्यक्ष राजन सिजुआर, उपाध्यक्ष डॉ भरत सिंह, प्रांत के महामंत्री संजय पोद्दार, कोषाध्यक्ष कुलभूषण गांधी, मंत्री रंजय अग्रहरि, कार्यकारिणी सदस्य संगीता कुमारी, कुमकुम भगवती, विकास मिश्र सहित प्रांत के सभी जिलों के अध्यक्ष, महामंत्री एवं संयोजक उपस्थित रहे। अंत में साधारण सभा का समापन वंदे मातरम गायन के साथ किया गया।