प्रारंभिक शिक्षक नियोजन में मंगलवार को साहेबगंज प्रखंड में काउंसलिंग के दौरान भारी बवाल हुआ। छात्रों का आरोप है कि कम अंक के अभ्यर्थियों का चयन किया गया। नियोजन स्थल पर जमकर पथराव भी हुआ। इससे नियोजन केंद्र पर अफरातफरी मच गई। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने मोर्चा संभाला।
छात्रों का आरोप है कि काउंसलिंग में कम अंक वाले अभर्थियों को बुला लिया गया जबकि ज्यादा अंक वाले अभर्थी बाहर इंतजार करते रहे। जिसके बाद छात्रों में आक्रोश फैल गया। एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह वीडियो नियोजन स्थल का है। वीडियो में छात्र और अधिकारियों में वाद-विवाद साफ सुनाई दे रहा है।
छात्रों ने केंद्र के बाहर पदाधिकारियों के खिलाफ गड़बड़ी का आरोप लगाया और नारेबाजी भी की। वहीं डीईओ ने कहा कि काउंसलिंग में मानकों का ध्यान रखा गया है। कम अंक वाले अभ्यर्थी अनावश्यक दवाब बना रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि जिसका चयन नहीं हो वे काउंसलिंग को किसी तरह रद्द कराने में लगे हुए थे। हालांकि दिन में जिला स्कूल और मारवाड़ी स्कूल में भी काउंसलिंग के दौरान हंगामा हुआ।
वहीं प्रखंड के केवटसा पंचायत में शिक्षक नियोजन के एक अभ्यर्थी ने पंचायत नियोजन इकाई पर घूस मांगने का आरोप लगाया। छात्रों का आरोप है कि अधिकारियों ने संकरा ब्लॉक में नियोजन प्रक्रिया में धांधली किया है।
छात्रों ने दिया आवेदन
इस संबंध में अभर्थियों ने आवेदन भी दिया है। सरका में EWS और साहेबगंज ब्लॉक में EBC छात्रों ने धांधली का आरोप लगाया है। वीडियो में छात्र अधिकारियों से नियोजन से संबंधित सवाल भी पूछ रहे हैं। हालांकि अधिकारी ने कहा कि सब नियम के अनुरूप हुआ है।
बताया जा रहा है कि प्रारंभिक शिक्षकों के चयन के लिए तय से आधी सीटें खाली रह गईं। सकरा, साहेबगंज और बोचहां प्रखंड को मिलाकर कुल 471 सीटों पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी। काउंसलिंग की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से रात के 10 बजे तक चली। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सकरा में एससी और बीसी महिला कोटे की सभी सीटें खाली रह गई हैं।
बता दें कि सरकार में सामान्य विषय के लिए 130, उर्दू के लिए 21, साहेबगंज में सामान्य के लिए 172, उर्दू के लिए 41 के साथ ही बोचहां में सामान्य विषय के लिए 83 और उर्दू के लिए 24 सीट निर्धारित थे। सभी प्रखंडों में अधिकतर सीटें खाली रह गईं।