राजधानी के पुनाईचक में महिलाओं के अत्याचार के मामले में आतुर संगठन समर्थ नारी समर्थ भारत संगठन की महिलओं ने बसंतोत्सव मनाया। इस मौके पर संगठन की महिलाओं ने पीला परिधान धारण कर फूलों की होली खेली व बसंतोत्सव की गीतों का आंनद उठाया और एक दूसरे को बधाई दी, और आने बाला समय सुख एवं शांति पूर्ण बीते इसकी कामना की।
संगठन की राष्ट्रीय सह संयोजिका एवं बिहार झारखंड , वेस्ट बंगाल की प्रभारी माया श्रीवास्तव ने वसंत पंचमी का शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा कहा गया है। इस इस ऋतु में प्रकृति भी भाव विभोर हो जाती है। चारो तरफ खेतों में सरसों का पीला पीला फूल लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है। इसी समय खेतों में तमाम फसलों में फूल भी आते हैं।
बसंत पंचमी को सर्दियों का अंत और बसंत ऋतु का आगमन का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म में बसंत पंचमी दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। खास तौर पर बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। महिलाओं के लिए खास है ,और महिलाएं सज संवर कर बसंत के मौसम का आनंद उठाती है।
इस मौके पर महिलाओं ने सु स्वादु व्यंजनों का भी आनंद उठाया और एक दूसरे को बसंत उत्सव की बधाई दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुष्पा पाठक ,संचालन सुनैना सिंह,धन्यवाद ज्ञापन अनिता मिश्रा ने किया।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा पाठक, प्रदेश उपाध्यक्ष संगीता तिवारी, गीता देवी, प्रदेश महासचिव सुनैना सिंह, पटना महानगर उपाध्यक्ष संगीता दुबे, पटना महानगर सचिव राखी सिंह, निधि कमारी सिंह, नीलू शर्मा, गीता रानी, सुनीता देवी, निशा सिंह, प्रिया चांदनी प्रतिमा सहनी, किरण ठाकुर रीता वर्मा, नीलम राज संजू देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।