सहरसा। समर्थ नारी समर्थ भारत की राष्ट्रीय सह संजोजिका एवं बिहार, झारखंड, बंगाल की प्रभारी एवं अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माया श्रीवास्तव ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कोशी प्रमंडल के मुख्यालय सहरसा में विगत 14 नवंबर 2023 को वार्ड संख्या 11 के निवासी स्व0 लक्ष्मी सिन्हा की अविवाहित पुत्री सुश्री स्वाति आभा को दिनदहाड़े सड़क पर पिटाई कर उसकी आबरू लूटने का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
यह भी पता चला है कि इस मामले में स्थानीय थाना द्वारा दिनांक 14 नवंबर को न ही प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। दूसरे दिन स्थानीय समाजिक संगठनों के दवाब में आकर सदर थाना सहरसा में मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसका केस संख्या 819/2023 है, परंतु आज लगभग 15 दिनों बाद भी स्थानीय सदर थाना द्वारा कोई कारवाई नही किया गया है जो कि इस मामले में स्थानीय थाना की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इस मामले में माया श्रीवास्तव ने माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए दोषियों पर तथा सदर थाना सहरसा पर शीघ्र कारवाई करने का आग्रह किया है। उक्त पत्र की प्रति डीजीपी बिहार, आरक्षी अधीक्षक सहरसा, जिलाधिकारी सहरसा को भी प्रेषित की गई है। माया श्रीवास्तव ने महिला आयोग बिहार से भी इस मामले को अपने संज्ञान में लेने का अनुरोध किया है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि इस मामले में स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता द्वारा स्थानीय पुलिस अधीक्षक एवं राज्य के डीजीपी को भी पत्र लिखे जाने के बाद, डीजीपी द्वारा सहरसा पुलिस अधीक्षक,एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहरसा थाना को व्हाट्सएप के माध्यम से मामले पर कारवाई करने हेतु निर्देशित किए जाने के बावजूद अब तक स्थानीय थाना द्वारा कोई कारवाई तो नहीं ही की गई है,अलबत्ता थाना द्वारा सुश्री आभा को केस शीघ्र उठाने की धमकी दी जा रही है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अभियुक्त या तो बहुत पैसे वाला है या उसपर किसी बड़े और दबंग राजनीतिज्ञ का हाथ है। डीजीपी के निर्देश के बावजूद अब तक पीड़िता को न्याय देने में स्थानीय पुलिस विभाग असमर्थ हो रहा है।