शनिवार को लोहा खरीदना: इसका क्या मतलब होता है और क्यों होता है अशुभ? शनिवार के दिन भगवान शनिदेव की पूजा की जाती है। शनिवार का दिन शनिदेव के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिष के अनुसार, सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि अगर आपके जीवन में शनि आपसे प्रसन्न नहीं हैं तो आपके जीवन में कष्ट बहुत होगा। लेकिन यदि शनिदेव आपसे प्रसन्न होते हैं तो जीवन में सुख और समृद्धि जरूर मिलेगा।
शनिदेव यदि आपसे प्रसन्न नहीं हैं तो आपके जीवन में तरक्की या सुख के रास्ते बंद हो सकते हैं। लोगों के मन में शनिवार के दिन लोहा खरीदने को लेकर भी कई प्रकार का भ्रम होता है कि शनिवार के दिन लोहा खरीदना शुभ होता है या नहीं। क्या शनिवार के दिन लोहा खरीदना चाहिए या लोहा दान करना चाहिए या नहीं?
शनिवार के दिन लोहा क्यों नहीं खरीदना चाहिए?
शनिवार के दिन लोहा खरीदना या लोहे से बनी हुई कोई वस्तु को खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर के सदस्यों में कलह और रिश्तों में कड़वाहट आती है। लोहा को भगवान शनिदेव का प्रतीक माना जाता है। काला कौवा और काले रंग की कोई भी वस्तु को शनिदेव का प्रतीक माना जाता है।
लोहा का दान शनिवार के दिन क्यों करना चाहिए?
शनिवार के दिन लोहा खरीदना अशुभ माना जाता है लेकिन यदि शनिवार के दिन लोहा का दान करते हैं तो यह शुभ होता है। लोहे से बनी कई चीजों को दान करने से शनिदेव की कृपा दृष्टि हमेशा व्यक्ति पर बनी रहती है। यदि आपका व्यापार घाटे में चल रहा है तो शनि की कृपा से उसमें मुनाफा होने लगता है।
शनिवार के दिन इन 5 चीजों को खरीदने से बचना चाहिए?
1.शनिवार के दिन नमक नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है।
2. शनिवार के दिन सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए। इससे शनिदेव आपसे नाराज हो जाते हैं और उनकी कृपा आपके ऊपर से खत्म हो जाती है।
3. शनिवार को कभी भी काला जूता नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इसे पहनने वाले को हर कार्य में असफलता मिलती है।
4. शनिवार के दिन कैंची नहीं खरीदना चाहिए। ऐसा करने से घर के सदस्यों और दोस्तों के साथ लड़ाई होती है।
5. शनिवार के दिन झाड़ू नहीं खरीदना चाहिए। इस दिन झाड़ू खरीदने से घर में गरीबी आती है।