सुबह-सुबह छिपकली देखने से क्या होता है? – छिपकली को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। घर में छिपकली दिखना कई शुभ और अशुभ घटनाओं का संकेत देता है। यदि किसी के घर में छिपकली हो यह शुभ माना जाता है। सुबह-सुबह छिपकली दिखने के भी कई रहस्य होते हैं। आइए जानते हैं कि सुबह-सुबह छिपकली देखने से क्या होता है?
छिपकली की दो प्रजाति होती है। एक को हम गिरगिट कहते हैं जो एक जंगली प्रजाति है। घरेलु प्रजाति को छिपकली कहा जाता है। हिंदू शास्त्रों में जीव जंतुओं और मानव के बीच संबंध के बारे में विस्तार से बताया गया है। मनुष्य के किसी परेशानी से निपटने में जीव-जन्तुओं की सेवा का विशेष उल्लेख मिलता है।
शकुन शास्त्र के अनुसार, छिपकली का अलग-अलग समय पर दिखने का अलग-अलग महत्व और असर होता है। छिपकली का किसी विशेष समय पर दिखना, छिपकली का जमीन पर गिरना या किसी व्यक्ति या स्त्री के शरीर पर छिपकली गिरने का भी अलग-अलग महत्व होता है।
शास्त्रों के अनुसार, अगर छिपकली दिवाली की रात में दिखाई दे तो यह अत्यंत ही शुभ माना जाता है। दिवाली की रात को छिपकली का दिखना लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
घर में छिपकली मर जाए तो क्या होता है?
मरी हुई छिपकली घर में बार-बार दिखना राहु के अशुभ होने का संकेत होता है। इस तरह के संकेतों को अनदेखा नहीं करना चाहिए। उस ग्रह को शांत करने के लिए ग्रह से जुड़े उपाय कर सकते हैं। राहु के अशुभ होने पर व्यक्ति की याददाश्त कमजोर होने लगती है।
यदि खाना खाते वक्त छिपकली दिख जाए तो यह बहुत ही शुभ संकेत होता है। लेकिन यदि आप किसी नए घर में प्रवेश कर रहे हैं और वहां पर मरी हुई छिपकली दिख जाए तो यह बुरा अपशकुन होता है। इसका अर्थ है कि उस घर में किसी नकारात्मक ऊर्जा का वास है। घर में रहने वाले लोगों को कई बीमारियाँ और परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
छिपकली का जहर कितना खतरनाक होता है?
छिपकली की त्वचा में जहर पाया जाता है। यदि छिपकली किसी खाने-पीने की चीज पर गिर जाए तो छिपकली के त्वचा का जहर उसमें घुल सकता है। ऐसे भोजन को खाने से व्यक्ति के लिए जान का खतरा हो सकता है।
यदि कोई यह भोजन कर ले उन्हें उल्टियां होने लगती हैं। इसके साथ-साथ पेट दर्द, शरीर में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यदि जहर की मात्रा ज्यादा हो तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
सबसे जहरीली छिपकली कौन सी है?
दुनिया में जितनी भी छपकलियाँ होती हैं सबसे थोड़ा बहुत जहर की मात्रा होती है। लेकिन विश्व की सबसे जहरीली छिपकली का नाम हेलोडेरमा (Heloderma) है। इसे गिला मोनेस्ट्रर (Gila Monster) भी कहा जाता है। यह सबसे जहरीली छिपकली की प्रजाति है।
छिपकली की उम्र कितना होती है?
वैसे ज्यादातर छिपकली की प्रजातियों की उम्र 1 से 20 साल की होती है। लेकिन छिपकली की कुछ प्रजातियाँ ऐसी भी हैं जिसकी उम्र 30 साल तक हो सकती है। हमारे घरों में पाई जाने वाली छिपकली लगभग 5 साल तक जीवित रहती है। कोमोडो ड्रैगन एक छिपकली की ही प्रजाति है। यह लगभग 30 साल तक जीवित रहती है।
छिपकली एक बार में कितने अंडे देती है?
छिपकली अंडे देती है। एक छिपकली एक साल में 12 से 20 जोड़े अंडे दे सकती है। इसप्रकार एक मादा छिपकली पूरे साल में 24 से 40 बच्चों को जन्म देती है।