पटना। बिहार से पलायन के मुद्दे पर बोलते हुए भाजपा बिहार के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों की एक परंपरा रही है कि बिहार के लोगों को बाहर जाकर काम करने में एक आनंद आता है। उनको अच्छा लगता है। किसी को ज्यादा कमाना हो तो वह बिहार के बाहर जाता है।
सुशील कुमार के इस बयान के बाद राजद ने ट्विटर ट्वीट करते हुए लिखा, बिहार के लोगों को पलायन करने में मजा आता है! रोजी रोटी के लिए बिहारी पलायन नहीं करते! इन मानसिक रूप से दिवालिए सज्जन की मानें तो बिहारवासियों को घर परिवार के साथ रहना काटता है! बिहारी मौज मस्ती के लिए पलायन करते हैं! मजे के लिए ही हजारों किलोमीटर भूखे प्यासे गर्मी में लौट आए!
क्या इनसे आप स्थिति सुधारने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, जो 15 साल बाद इस बेशर्मी से सच से मुकर जाएँ?
“बिहार के लोगों को पलायन करने में मज़ा आता है!”
ये मानसिक दिवालिए आजकल आत्मनिर्भर बनने की नसीहत दे रहे हैं! मतलब खोट इनकी सरकार में नहीं, बिहारियों में है जो आत्मनिर्भर नहीं बनते! https://t.co/1Qill7rEwK pic.twitter.com/ixAULGljVd
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) September 16, 2020
आरजेडी ने एक दूसरा ट्विट करते हुए लिखा है, “क्या इनसे आप स्थिति सुधारने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, जो 15 साल बाद इस बेशर्मी से सच से मुकर जाएँ? बिहार के लोगों को पलायन करने में मजा आता है! ये मानसिक दिवालिए आजकल आत्मनिर्भर बनने की नसीहत दे रहे हैं! मतलब खोट इनकी सरकार में नहीं, बिहारियों में है जो आत्मनिर्भर नहीं बनते!”
सुशील कुमार मोदी के बयान के बाद भाजपा ने उनके बयान से खुद को किनारा कर लिया है। आरजेडी विधायक वीरेंद्र ने कहा कि सुशील मोदी तो खुद बिहार के नहीं है, ऐसे में वह बिहार के लोगों का दर्द कैसे समझेंगे। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी जनता के बीच जाते तब तो उन्हें जनता का हाल पता चलता। पिछले दरवाजे से सदन में जाकर राजनीति करने वालों को जनता का दर्द कैसे पता चलेगा।