पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले बिहार में सत्ता के गलियारों में दल-बदल का दौर जारी है। आरजेडी और जदयू में दोनों तरफ से एक-दूसरे के घर में सेंधमारी की जा रही है। अब राजद विधायक ने जेडीयू का दाम थाम लिया। तेघड़ा से आरजेडी विधायक विरेंद्र कुमार ने जेडीयू का दामन थाम लिया।
बता दें कि इससे पहले भी कई आरजेडी विधायक और विधानपार्षदों ने जेडीयू का दामन थाम लिया था। हाल ही में प्रेमा चौधरी, चंद्रिका राय, महेश्वर यादव कई विधायक आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे।
राजद को छोड़कर जदयू में आए विधायक विरेंद्र कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। विरेंद्र कुमार को जदयू की सदस्यता दिलाते हुए जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि राजद में अब कोई दम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में राजद नेताओं को भी पता है।
ललन सिंह ने कहा कि चुनाव में कहां पर राजद नेता रहेंगे, ये उनको भी जानकारी है। 2010 की स्थिति से भी राजद नेताओं की ज्यादा हालत खराब होगी। 2015 में नीतीश कुमार के चेहरे की वजह से स्थिति बदली थी।
उन्होंने कहा कि बाजार में जो प्रोडक्ट सबसे कम बिकता है, वो प्रोडक्ट राजद है। राजद वैसे ही है, विज्ञापन कर रही है। टिकट में नगदी नारायण के लिए ऐसा किया जा रहा है। परिणाम के बारे में राजद नेता भी जानते हैं।
लालू यादव के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल पीआईएल को लेकर ललन सिंह ने कहा कि पीआईएल किसने की, इसकी जानकारी नहीं। 1998 की बात है, जब लालू जेल गए थे। तब गेस्ट हाउस को ही जेल बना दिया गया था। तब सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि जब जेल में सुरक्षा नहीं तो गेस्ट हाउस में सुरक्षा कैसे होगी।
जदयू नेता ललन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार करने में लालू यादव को शर्म नहीं आती, जेल में रहना शर्मनाक लगता है। लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं, मौका मिला, तो भ्रष्टाचार किया।