चांदी कब खरीदनी चाहिए? जानिए चांदी खरीदने का सबसे शुभ दिन

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सोना या चांदी से बने हुए आभूषण खरीदना शुभ होते हैं। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त होता है और इस मुहूर्त में किसी भी धातु का गहना खरीदना अत्यंत शुभ होता है।

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चांदी कब खरीदनी चाहिए
चांदी कब खरीदनी चाहिए

चांदी कब खरीदनी चाहिए? ये सवाल बहुत से लोगों के दिमाग में आता है। जैसे सोने खरीदने के लिए शुभ दिन होते हैं, वैसे ही चांदी भी शुभ दिन देखकर ही खरीदनी चाहिए। हमलोग सोना और चांदी जैसी धातुओं को शरीर में धारण करते हैं। इसलिए अशुभ दिनों में इन धातुओं को खरीदने से कई तरह की मुश्किलें आ सकती हैं। इसलिए जब भी हम सोना, चांदी या कोई और धातु खरीदें तो उसे शुभ दिनों में करना बेहतर होता है। चलिए जानते हैं कि हमें चांदी कब खरीदनी चाहिए?

चांदी कब खरीदनी चाहिए?

दीपावली से पहले धनतेरस का दिन आता है जो बहुत खास होता है। इस दिन लोग अक्सर घर की चीजें खरीदते हैं। इसलिए धनतेरस पर चांदी खरीदना बहुत शुभ मना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, चांदी चंद्रमा का प्रतीक है और चंद्रमा शांत और ठंडा होता है। इसीलिए इस दिन चांदी खरीदने से हमारे मन में संतोष और खुशी की भावना आती है।

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हिंदू धर्म के अनुसार यदि चांदी को त्रिपुष्कर योग में खरीदा जा रहा है तो यह शुभ होता है। त्रिपुष्कर योग भद्र तिथि पर रविवार, मंगलवार और शनिवार को त्रिपुष्कर नक्षत्र में पड़ने से बनता है। यह योग अत्यंत ही शुभ होता है और इस योग में सोना, चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। यदि त्रिपुष्कर योग शनिवार को पड़ रहा है तो इस दिन भी चांदी खरीदा जा सकता है। त्रिपुष्कर योग इतना शुभ होता है कि इस पर किसी खास दिन का प्रभाव नहीं पड़ता।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन सोना या चांदी से बने हुए आभूषण खरीदना शुभ होते हैं। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया एक अबूझ मुहूर्त होता है और इस मुहूर्त में किसी भी धातु का गहना खरीदना अत्यंत शुभ होता है। इस दिन ब्रह्मदेव के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा इसी दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसलिए अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है।

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